Sri Rudram- 5 | Namakam | श्रीरुद्रम्- ५ | नमकम् | अनुवाक- ३ | हिंदी अर्थ सहित
वेदमंत्र एवम् अर्थ-10
🌹श्रीरुद्रम्-5🌹
🙏नमकम्🙏
🌿अनुवाक - 3🌿
नम: सहमानाय निव्याधिन आव्याधिनीनां पतये नमो नम: ककुभाय
निषङ्गिणे स्तेनानां पतये नमो ।।२३।।
शत्रुओं को पराजित करने वाले और बेरियों को अधिक मारने वाले रूद्र को नमस्कार हैं। सब प्रकार से प्रहार करने वाली सूर सेनाओं के पालक रूद्र के लिए नमस्कार है। उपद्रवकारियों पर खड्ग चलाने वाले महान रूद्र के लिए नमस्कार है। 🙏(२३)
नमो निषङ्गिण इषुधिमते तस्कराणां पतये नमो नमो वञ्चते परिवञ्चते स्तायूनां पतये नमो नमो निचेरवे परिचरायारण्यानां पतये नमो।। २४ ।।
खड्गधारी और बाणधारी को शान्त करने वाले के लिए नमस्कार है। चोरों के मुखिया के लिए नमस्कार है। खगों के स्वामी को विश्वास दिलाकर व्यवहार में उनको ठगाने वालों के साक्षी रूद्र के लिए नमस्कार है।🙏 (२४)
नम: सृकाविभ्यो जिघागंसद्धयो मुष्णतां पतये नमो नमोऽसिमद्भयो नक्तं चरंद्भयः प्रकृन्तानां पतये नमो नम उष्णीषिणे गिरिचराय कुलुञ्चानां पतये नमो । । २५ । ।
वन में भटकने वाले सदा गुप्त रहने वालों के प्रमुख को नमस्कार।खगों के मुखिया को जो अपनी रक्षा में सदा चैतन्य और आक्रमण करने में निपुण है, को नमस्कार हँ। वज्र लेकर हत्याकारी रूद्र के लिए नमस्कार है। खड्गधारी रात्रि में घूमने वाले के लिए नमस्कार है। पर्वतों में रहने वाले तथा वस्तुओं का अपहरण करने वाले को नमस्कार है।🙏 (२5)
नम इषुमद्भयो धन्वाविभ्यश्च वो नमो नम आतन्वानेभ्यः प्रतिदधानेभ्यश्च वो नमो नम आयच्छद्भयो विसृजद्भयश्च वो नमो नमोऽस्यद्भयो विध्यद्भयश्च वो नमो । । २ ६ । ।
मनुष्यों को डराने के लिए बाण धारण करने वाले और धनुष साथ लेकर चलने वाले गणों के रूद्र के लिए नमस्कार है। दुष्टों के दमन करने के लिए धनुष पर ज्या चढाने वाले को नमस्कार है और धनुष पर बाण चढाने वाले के लिए नमस्कार है। दुष्टों के दमनार्थ धनुष का आकर्षण काने वाले के लिए नमस्कार है। बाण के निक्षेप करने वाले तुम्हारे निमित्त बारम्बार नमस्कार है। 🙏(२6)
नम आसीनेभ्य: शयानेभ्यश्च वो नमो नम: स्वपद्भयो जाग्रद्भयश्च वो नमो नमस्तिष्ठद्भयो धावद्भयश्च वो नमो नम: सभाभ्य: सभापतिभ्यश्च वो नमो। । २ ७ । ।
आसन पर बैठे हुओं के लिए नमस्कार है, सोने वालों के लिए नमस्कार है,जाग्रत अवस्था के लिए नमस्कार है, ठहरे हुए के लिए नमस्कार है और वेगवान गति🏃 वाले रूद्र के लिए नमस्कार है तथा सभा और सभापति के लिए नमस्कार है।🙏 (२७)
नमो अश्वेभ्योऽश्वपतिभ्यश्च वो नम: ।। २८ ।।
अश्व 🐴और अश्वपति के लिए नमस्कार है🙏 ।। २८ ।।-साई वैभव
🍀🍀🌹🙏🌹🍀🍀
🌹श्रीरुद्रम्-5🌹
🙏नमकम्🙏
🌿अनुवाक - 3🌿
नम: सहमानाय निव्याधिन आव्याधिनीनां पतये नमो नम: ककुभाय
निषङ्गिणे स्तेनानां पतये नमो ।।२३।।
शत्रुओं को पराजित करने वाले और बेरियों को अधिक मारने वाले रूद्र को नमस्कार हैं। सब प्रकार से प्रहार करने वाली सूर सेनाओं के पालक रूद्र के लिए नमस्कार है। उपद्रवकारियों पर खड्ग चलाने वाले महान रूद्र के लिए नमस्कार है। 🙏(२३)
नमो निषङ्गिण इषुधिमते तस्कराणां पतये नमो नमो वञ्चते परिवञ्चते स्तायूनां पतये नमो नमो निचेरवे परिचरायारण्यानां पतये नमो।। २४ ।।
खड्गधारी और बाणधारी को शान्त करने वाले के लिए नमस्कार है। चोरों के मुखिया के लिए नमस्कार है। खगों के स्वामी को विश्वास दिलाकर व्यवहार में उनको ठगाने वालों के साक्षी रूद्र के लिए नमस्कार है।🙏 (२४)
नम: सृकाविभ्यो जिघागंसद्धयो मुष्णतां पतये नमो नमोऽसिमद्भयो नक्तं चरंद्भयः प्रकृन्तानां पतये नमो नम उष्णीषिणे गिरिचराय कुलुञ्चानां पतये नमो । । २५ । ।
वन में भटकने वाले सदा गुप्त रहने वालों के प्रमुख को नमस्कार।खगों के मुखिया को जो अपनी रक्षा में सदा चैतन्य और आक्रमण करने में निपुण है, को नमस्कार हँ। वज्र लेकर हत्याकारी रूद्र के लिए नमस्कार है। खड्गधारी रात्रि में घूमने वाले के लिए नमस्कार है। पर्वतों में रहने वाले तथा वस्तुओं का अपहरण करने वाले को नमस्कार है।🙏 (२5)
नम इषुमद्भयो धन्वाविभ्यश्च वो नमो नम आतन्वानेभ्यः प्रतिदधानेभ्यश्च वो नमो नम आयच्छद्भयो विसृजद्भयश्च वो नमो नमोऽस्यद्भयो विध्यद्भयश्च वो नमो । । २ ६ । ।
मनुष्यों को डराने के लिए बाण धारण करने वाले और धनुष साथ लेकर चलने वाले गणों के रूद्र के लिए नमस्कार है। दुष्टों के दमन करने के लिए धनुष पर ज्या चढाने वाले को नमस्कार है और धनुष पर बाण चढाने वाले के लिए नमस्कार है। दुष्टों के दमनार्थ धनुष का आकर्षण काने वाले के लिए नमस्कार है। बाण के निक्षेप करने वाले तुम्हारे निमित्त बारम्बार नमस्कार है। 🙏(२6)
नम आसीनेभ्य: शयानेभ्यश्च वो नमो नम: स्वपद्भयो जाग्रद्भयश्च वो नमो नमस्तिष्ठद्भयो धावद्भयश्च वो नमो नम: सभाभ्य: सभापतिभ्यश्च वो नमो। । २ ७ । ।
आसन पर बैठे हुओं के लिए नमस्कार है, सोने वालों के लिए नमस्कार है,जाग्रत अवस्था के लिए नमस्कार है, ठहरे हुए के लिए नमस्कार है और वेगवान गति🏃 वाले रूद्र के लिए नमस्कार है तथा सभा और सभापति के लिए नमस्कार है।🙏 (२७)
नमो अश्वेभ्योऽश्वपतिभ्यश्च वो नम: ।। २८ ।।
अश्व 🐴और अश्वपति के लिए नमस्कार है🙏 ।। २८ ।।-साई वैभव
🍀🍀🌹🙏🌹🍀🍀
Om namah Shivay
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